जंगली अदरक/ पेवा विषयी आयुर्वेदिक माहिती
Jangali adrak/ peva ayurvedic medicine information in Hindi
• मराठी नाम : पेवा, जंगली आले, जंगली अद्रक
• हिंदी नाम : जंगली अदरक
• अंग्रेज़ी नाम : Wild ginger
• शास्त्रीय नाम : Zingiberaceae
• वनस्पति रचना :
यह एक रोप वर्ग की वनस्पति है तथा हमारे घर के अदरक जैसी इसकी पत्तियाँ होती हैं। साधारण पत्ते इस प्रकार में मिलते हैं और अदरक जैसी संरचना होती है।
• फूल :
इसमें आने वाले फूल सफेद-लाल किनारे वाले या पूरी तरह लाल रंग के भी होते हैं।
लाल फूल वाली अदरक अधिक मात्रा में लाभकारी होती है।
• वास :
इसका वास तीखा (उग्र) होता है।
• उपयुक्त अवयव :
इस वनस्पति की पत्तियों, कंद तथा जड़ और उससे जुड़ा भूमिगत तना औषधि में उपयोग किया जाता है।
• यह वनस्पति हमारे आसपास के जंगलों में बारिश के मौसम में दिखाई देती है।
बरसात समाप्त होने पर यह सूखकर नष्ट हो जाती है और केवल भूमिगत तने के रूप में रहती है।
अगली बरसात शुरू होने पर फिर कंद फूटकर जमीन पर दिखाई देती है।
• जंगली अदरक के औषधीय महत्त्व :
• शरीर में रक्त पतला करके रक्त परिसंचरण सुधारने का कार्य जंगली अदरक करती है।
• शरीर में वात विकार बढ़ने पर उसे कम करके ठीक करने हेतु जंगली अदरक उपयोग की जाती है।
• शरीर में स्थूलता बढ़ने से धमनियों का काठिन्य यानी मोटापा बढ़ता है।
इसे आधुनिक भाषा में कोलेस्ट्रॉल बढ़ना कहा जाता है।
तो यह बढ़ी हुई बुरी चरबी को कम करने का काम जंगली अदरक करती है।
• बालों का स्वास्थ्य सुधारने का काम जंगली अदरक करती है।
• मधुमेह रोगियों को शुगर नियंत्रित कर इन्सुलिन व्यवस्था सही करने में जंगली अदरक उपयोगी है।
• हृदय मजबूत करना, लिवर, फेफड़ों का कार्य सुधारना, तथा किडनी की खराबी सुधारने में जंगली अदरक उपयोगी है।
• थायरॉईड का कष्ट कम करने हेतु जंगली अदरक उपयोगी है।
• वजन कम करना तथा पित्त विकार नियंत्रित रखने हेतु जंगली अदरक उपयोग की जाती है।
• कफ, वात नष्ट करने और शक्ति बढ़ाने व कामोत्तेजक के रूप में भी जंगली अदरक कार्य करती है।
• दमा का कष्ट हो, या छाती में कफ भरा हो तो —
काली मिर्च + अडुलसा पत्ते + जंगली अदरक की जड़ का चूर्ण
एक साथ लेने पर कफ निकल जाता है और दमा अच्छा होता है।
• सर्दी-जुकाम हो तो —
जंगली अदरक की पत्तियों का रस,
कंद का रस या जड़ का रस
मधु (शहद) के साथ मिलाकर देते रहें तो सर्दी कम होती है।
• संधिवात हो तो जंगली अदरक का रस और प्याज़ का रस एक साथ लेना लाभकारी है।
• मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है, तनाव कम करने का कार्य जंगली अदरक करती है।
• लाल फूल आने वाली जंगली अदरक यानी पेवा अत्यंत गुणकारी होती है।
• जंगली अदरक का उपयोग कैसे करें?
• जंगली अदरक की पत्ती की पाउडर या इसकी जड़युक्त तने का उपयोग चाय में करके कोरी चाय (बिना दूध वाली) पीने पर अत्यंत लाभकारी है।
• जंगली अदरक विभिन्न औषधियों में उपयोग की जाती है।
• जंगली अदरक का रस निकालकर उसे मधु (शहद) के साथ ले सकते हैं।
तथा विभिन्न काढ़े बनाते समय भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
• सूचना :-
इस अदरक के कोई दुष्परिणाम नहीं होते,
फिर भी इसे सीमित मात्रा में और घर के अदरक की तरह उपयोग करना लाभकारी है।
असे आहेत जंगली अद्रक/ पेवा विषयी आयुर्वेदिक माहिती
Jangali adrak/ peva ayurvedic medicine information in Hindi**



